05 11 2015 GYDS SHIVSANDESH OMSHANTI
मीठे मीठे सिकिल्धे बच्चों प्रति मातपिता बापदादा का यादप्यार और गुडमोर्निग ...... रूहानी बाप की रूहानी बच्चों को नमस्ते ... मीठे बच्चे बाप जो पढ़ाते है, उसे अच्छी रीती पढ़ो तो २१ जन्मों के लिए सोर्स ऑफ इनकम हो जायेगी .... सदा सुखी बन जायेंगे .... तुम बच्चे इस समय बाप को जानते, तुमने ही बाप द्वारा सुष्टि के आदि मध्य अंत को जाना है ... तुम अभी संगम पर बेहद में खड़े हो ... जानते हो अभी हम इस खारी चेनल से अमूर्त के मीठी चेनल में जा रहे है .. हमें स्वयं भगवान पढा रहे है ... ऐसी खुशी ब्राह्मणों को ही रहती है इसलिए अतीन्द्रिय सुख तुम्हारा ही गाया हुआ है ..... पढाई में इनकम है ... पढाई से २१ जन्मों की इनकम मिलती है ... यह इनकम ऐसी है जो हम सदा सुखी बन जायेंगे ... कभी बीमार नही होंगे .. सदा अमर रहेंगे ... मुरली ही गीता है ... भारत सचखंड था ... ... देर से क्लास में आकर टीचर की इन्सल्ट नही करना है ... याद के बल से अपने वा दूसरे के श्रेष्ठ पुरुषार्थ की गति विधि को जानने वाले मास्टर त्रिकालदर्शी भव ... सर्व के सहयोगी बनो तो स्नेह स्वत: प्राप्त होता रहेगा ...
बेहद का उंच सर्वोत्तम सुप्रीम परमपिता परमात्मा परम आत्मा सद्गतिदाता बाप टीचर सतगुरु श्री श्री शिवबाबा से पढने वाला रेग्युलर पंच्युअल गोडली पढाई पढाने वाला नशे निश्चय वाल गोड फादरली स्टूडेंट ... बेहद सुख और बेहद ज्ञान की पढाई वाला सर्वोत्तम ब्राह्मण ... उंच आमदनी की पढाई पढने वाला संगमयुगी ब्राह्मण ... बाप का सदैव स्वीट उमंग उल्हास खुशहाल हर्षित प्यारा प्रिय सपूत चरित्रवान चात्रक बच्चा ... आत्मिक निश्चय बुद्धि वाला पवित्र पावन सतोप्रधान सर्वश्रेष्ठ उंच आत्मा .. आत्मा आत्मा भाई भाई का पावन स्वरूप ... निराकर बाप का निराकार बच्चा ... परम आत्मा का सालिग्राम बच्चा ... स्वीट साइलेंस वाला त्रिक्लादर्शी ... दिव्यबुद्धि वाला दृढ एकाग्र एकटिक त्रिकालदर्शी बच्चा ... उंच देवता .. हर्षितमुख देवता .. सत्य पवित्र दिव्य पावन सतोप्रधान देवता ... सुखस्वरूप सुखदेव ... विश्व का मालिक ... अमरपूरी का मालिक ... याद में भोजन बनाना खाना और खिलाना ... यथार्त बाप का परिचय ... वाहबाबा वाहड्रामा वाहमें .. सर्वसबंध सर्वशक्ति सर्वगुण सर्वकला सर्वप्राप्ति सर्वसिद्धि सर्वअधिकारी सर्वखजानों में अचल अडोल अटूट अटल समान सम्पन सम्पूर्ण ज्वाला ... सम्पुर्ण स्वभाव संस्कार वाला सम्पुर्ण आकारी अव्यक्त कर्मातिती फरिश्ता ... समर्थ सफल समान सम्पन सम्पूर्ण विजयी का विजयी स्वरूप जागतीज्योत .. शुक्रिया बाबा शुक्रिया, आप का लाखगुना पदमगुना अरब खरब अक्षोनी टाइम सुक्रिया … ADPBF - DVAAK - DARPPP – SSSMDDV ...
बेहद बाप का बेहद का बच्चा बेहद में खड़ा हू बेहद की खुशबु फैला रहा हू ...
स्नेही सहयोगी त्रिकालदर्शी दिव्य फरिश्ता ....
अमरपूरी सतयुग स्वर्ग का पवित्र पावन सतोप्रधान उंच देवता ...
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