22 12 2015 - SHIVBHAGVANUVACH - SHIVSANDESH – GYDS - OMSHANTI
शांति स्वरूप के चुम्बक बन चारों और शांति की किरणें फैलाओ
शिवभगवानुवाच --- सभी सदा स्नेह में रहने वाले, हर कार्य में सदा सहयोगी, मुहब्बत से महेनत को खत्म करें वाले, सदा अथक बापदादा की छत्रछाया के अंदर रहें वाले, सदा विध्न विनाशक ऐसी श्रेष्ठ आत्माओं को बापदादा का यादप्यार और नमस्ते एंड स्वीट शुभ गुडमोर्निग
शिवसन्देश --- वर्तमान समय विश्व की मैजारिटी आत्माओं को सबसे ज्यादा आवश्यकता है - सच्ची शान्ति की। अशान्ति के अनेक कारण दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं और बढ़ते जायेंगे। अगर स्वयं अशान्त न भी होंगे तो औरों के अशान्ति का वायुमण्डल, अशान्ति के वायब्रेशन्स उन्हों को भी अपने तरफ खीचेंगे। चलने में,रहने में, खाने में, कार्य करने में, सबमें अशान्ति का वातावरण शान्त अवस्था में बैठने नहीं देगा अर्थात् औरों की अशान्ति का प्रभाव भी आत्मा पर पड़ेगा। अशान्ति के तनाव का अनुभव बढ़ेगा। ऐसे समय पर आप शान्ति के सागर के बच्चों की सेवा क्या है? जैसे कहाँ आग लगती है तो शीतल पानी से आग को बुझाकर गर्म वायुमण्डल को शीतल बना देते हैं। वैसे आप सबका आजकल विशेष स्वरूप 'मास्टर शान्ति के सागर का' इमर्ज होना चाहिए। मन्सा शान्ति की किरणों को फैलाओ। ऐसा पावरफुल स्वरूप बनाओ जो संकल्पों द्वारा शान्त स्वरूप की स्टेज द्वारा चारों ओरअशान्त आत्माएं अनुभव करें कि सारे विश्व के कोने में यही थोड़ी सी आत्मायेंशान्ति का दान देने वाली मास्टर शान्ति के सागर हैं। जैसे चारों ओर अंधकार हो और एक कोने में रोशनी जग रही हो तो सबका अटेन्शन स्वत: ही रोशनी की ओर जाता है। ऐसे सबको आकर्षण हो कि चारों ओर की अशान्ति के बीच यहाँ से शान्ति प्राप्त हो सकती है। शान्ति स्वरूप के चुम्बक बनो, जो दूर से ही अशान्त आत्माओं को खींच सको। नयनों द्वारा शान्ति का वरदान दो। मुख द्वारा शान्ति स्वरूप की स्मृति दिलाओ।... संकल्प द्वारा अशान्ति के संकल्पों को मर्ज कर शान्ति के वायब्रेशन को फैलाओ। इसी विशेष कार्य अर्थ याद की विशेष विधि द्वारा सिद्धि को प्राप्त करो।
वरदान – सहनशक्ति द्वरा अविनाशी और मधुर फल प्राप्त करने वाले सर्व के स्नेही भव .... स्लोगन – जो बीत चूका उसको भूल जाओ, बीती बातों से शिक्षा लेकर आगे के लिए सदा सावधान रहो ....
होलीएस्ट् नोलेजफूल भोलानाथ शांतिसागर बापददा का स्नेह रूपी संगठन का सर्वश्रेष्ठ होलीहंस शांतस्वरूप बच्चा ...... विशाल कार्य करते आगे बढने वाला मास्टर शांति का सागर ... मन से मग्न अवस्था में रहने वाला सरल स्वभावधारी सो डबललाइट ... शांति सागर का की सन्तान शांतस्वरूप ...लगन अथक मग्न अवस्था वाला स्वदेशी .. बाप की स्नेही की द्रष्टि में समाया हुआ पदमापदम भाग्यशाली याद की विधि द्वारा सिद्धिस्वरूप शांतस्वरूप आत्मा बाप की साथ की छत्रछाया वाला अथक स्वदेशी आत्मा ... सबके दिलों में स्नेह से जीना माना सहन करना .. रहम का भाव वाला रहमदिल ... समाने की शक्ति स्वरूप आत्मा .. स्नेह के बंधन में सहयोग की लगन में नजदीक रहने वाला अनुभवीमूर्त ....लगन से बाप के कार्य में निर्विध्न स्नेह सहयोगी सदा डबललाइट एवररेडी सफलतामूर्त वायुमंडल को शीतल करें वाला शांतिमूर्त शांतस्वरूप मास्टर शांति का सागर ... मनसा संकल्प द्वारा शांति स्वरूप की स्टेज द्वारा चारों और शांति की किरणों को फैलाने वाला मास्टर शांति का सागर ... पावरफूल स्वरूप वाला शांतिदेवा ... शांति का दान देने वाला मास्टर शांति का सागर शांतिदेवा ... शांतस्वरूप का चुम्बक ... नयन द्वरा शांति का वरदान देने वाली शांतिमूर्त शांत स्वरूप मास्टर शांति का सागर शांतिदेवा .... मुख द्वरा शांति स्वरूप की स्मुर्ती दिलाने वाला शांतस्वरूप आत्मा ... संकल्प द्वरा शांति के वायब्रेशन फैलाने वाला शांतिदेवा .. मेरेबाबा वाहबाबा वाहड्रामा वाहहमबच्चे …
१ - उडीसा कर्नाटक ---- सर्वश्रेष्ठ भाग्यवान आत्मा ... लकीएस्ट आत्मा ... सदा बाप का सिकिल्धा बच्चा ... २- सदा बाप की छत्रछाया में रहने वाला फरिश्ता ... सदा बाप के साथ रहने वाला फरिश्ता ... सदा कम्बाइन स्वरूप वाला फरिश्ता ... देहि अभिमानी फरिश्ता ... खुशी का फरिश्ता ... स्मुर्ती स्वरूप फरिश्ता ... ३- लाइट हाउस स्थिति ... लाइटहाउस माइटहाउस स्वरूप वाला पावन पुण्यात्मा .. मैं पुन्य आत्मा हू ... हिम्मत और दृढ संकल्प की तिली ..... खुश रह खुशी बाटने वाला खुशकिस्मत पावन पुण्यात्मा ४ - स्वदर्शन चक्रधारी सो स्वराज्य अधिकारी सो विश्व राज्य अधिकारी ... मायाजीत आत्मा ५- साक्षीपन – बाप का साथ और हाथ वाला त्रिकालदर्शी निश्चयबुद्धि साक्षी द्रष्टा ... नोलेजफूल बाप ... विदाय – सेवा की वुद्धि करें वाला ... बाप की प्रत्यक्षता ..
शांत शीतल शांतस्वरूप शांतिमूर्त मास्टर शांति का सागर शांतिदेवा
देहिअभिमानी आत्माअभिमानी रूहानीअभिमानी परमात्मअभिमानी परमात्मज्ञानी परमात्माभाग्यवान
सर्वगुणसम्पन सोलहकलासम्पूर्ण सम्पुर्णनिविकारी मर्यादापुरुसोत्तम डबलअहिंसक डबलताजधारी विश्व का मालिक
आत्मास्वरूप देवतास्वरूप पूज्यस्वरूप ब्राहमणस्वरूप फरिश्तास्वरूप ज्वालास्वरूप दिव्यस्वरूप
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