30 10 2015 GYDS SHIVSANDESH OMSHANTI
मीठे मीठे सिकिल्धे बच्चों प्रति मातपिता बापदादा का यादप्यार और गुडमोर्निग .. रूहानी बाप की रूहानी बच्चों को नमस्ते ... मीठे बच्चे बाबा आये है तुम्हें बहुत रूचि से पढाने, तुम भी रूचि से पढ़ो – नशा रहे हमको पढाने वाला स्वयं भगवान है .... तुम्हारी शुद्ध भावना है की श्रीमत पर हम सारे विश्व की सद्गति करेंगे ... आत्मा में अविनाशी पार्ट भरा है ... वह है अनादी अविनाशी बिलकुल एक्यूरेट एक्टर्स है ... इस ड्रामा के पार्ट से कोई छुट नही सकता ... न कोई मोक्ष पा सकता है ... यह बना बनाया अविनाशी ड्रामा है ... बाप भारत में आकर ज्ञान सुनाते है और सबकी सद्गति करते है ... सबका तीर्थ यह उंच भारत ही है ... बाप आकर दुःख से लिबरेट करते है ... सच्चा बाप सच्ची सेवा सिखलाते है ... अपना भी भारत का भी और विश्व का भी कल्याण करते हो ... स्वदर्शनचक्र की स्मुर्ती से सदा सम्पन्न स्थिति का अनुभव करें वाले मालामाल भव ... आपके बोल ए़से समर्थ हो जिसमे शुभ व् श्रेष्ठ भावना समाई हुई हो ..
बेहद का एवरपूज्य निराकार भगवान दिव्यद्रष्टिदाता बाप टीचर सतगुरु शिवबाबा से बहुत नशे खुशी रूचि से डायरेक्ट पढने वाला बाप रूहानी मीठा सिकिल्धा बच्चा ... राजा का पुरुषार्थ ... ड्रामा की यथार्त नोलेज ... अचल अडोल सम्पन स्वदर्शन चक्रधारी ... सदा अलर्ट अटेंशन खबरदार सुजाग जागतीज्योत ... मामेकमस्वरूप .. अजर अमर अविनाशी आत्मा ... अलर्ट अटेंशन से सदा सेफ ... शुभ श्रेष्ठ समर्थ वरदानी सतबोल ... समय को सफल करें वाला समर्थस्वरूप आत्मा ... स्वर्गवासी देवता .. शांति का देवता .. दिव्यगुणधारी पूज्य देवता ... सर्व को सद्गति देने वाला बाप का खुदाई खिदमतगार बच्चा ... भारत की सच्ची सेवा ... रिची सेवा ... शुद्धअहंकार शुद्धभावना से सेवा ... श्रीमत पर सुख शांति का स्वराज्य स्थापन करें वाला ... वाहबाबा वाहड्रामा वाहमें .. सर्वसबंध सर्वशक्ति सर्वगुण सर्वकला सर्वप्राप्ति सर्वसिद्धि सर्वअधिकारी सर्वखजानों में अचल अडोल अटूट अटल समान सम्पन सम्पूर्ण ज्वाला ... सम्पुर्ण स्वभाव संस्कार वाला सम्पुर्ण आकारी अव्यक्त कर्मातिती फरिश्ता ... समर्थ सफल समान सम्पन सम्पूर्ण विजयी का विजयी स्वरूप जागतीज्योत .. शुक्रिया बाबा शुक्रिया, आप का लाखगुना पदमगुना अरब खरब अक्षोनी टाइम सुक्रिया
ADPBF - DVAAK - DARPPP – SSSMDDV ..
परमात्म बाप का स्वदर्शन चक्रधारी खुदाई खिदमतगार बच्चा
सतयुग स्वर्ग सुखधाम का दिव्यगुणधारी पूज्य देवता
No comments:
Post a Comment