Monday, November 09, 2015

09 11 2015 GYDS SHIVSANDESH OMSHANTI

09 11 2015 GYDS SHIVSANDESH OMSHANTI


मीठे मीठे सिकिल्धे बच्चों प्रति मातपिता बापदादा का याद प्यार और गुडमोर्निग .. रूहानी बाप की रूहानी बच्चों को नमस्ते ... मीठे बच्चे तुम इस रूहानी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट हो ... तुम्हारा काम है सारी यूनिवर्स को बाप का मैसेज देना ... अभी नइ दैवी राजधानी फिर से स्थापन हो रही है ... अनेक धर्म का विनाश होगा .. लड़ाई लगनी है .. इसके बाद दैवी राजधानी आएगी ... यूनिवर्स अर्थात विश्व .. इस गोड फादरली यूनिवर्सिटी में सभी आत्माओं को लेसन मिलता है ... बाप कहते है मैं तो निराकर और विचित्र हू ... यहाँ आता हू सर्विस करने के लिए ... वरदान – स्थूल देश और शरीरी की स्मुर्ती से परे सूक्ष्म देश के वेशधारी भव ... स्लोगन – सबका आदर करें वाले ही आदर्श बन सकते है .. सम्मान दो तब सम्मान मिलेगा ...

बेहद का सुप्रीम पतितपावन ज्ञानसागर सुखसागर शांतिसागर माशूक लिबरेटर गाइड मर्सीफूल बाप टीचर सतगुरु शिवबाबा से अमरलोक की पढाई पढने वाला ब्रह्मा मुख वंशावली ब्राह्मण ... रूहानी यूनवर्सिटी का स्टूडेंट ... उंच पद का पुरुषार्थ ... पढाई पर पूरा ध्यान .... बेहद का माशूक शिवबाबा की याद .. सूक्ष्म फरिश्ता .. सूक्ष्मस्वरूप आत्मा ... मन्मनाभव ... आवाज से परे ... निराकारी निर्विकारी निरहंकारी अचल अडोल निर्भय निडर स्थिति वाला रूहानी मीठा देहिअभिमानी ... हिम्मत निर्भय निडर साक्षीद्रष्टा ... फूल पास विजयी माला का दाना ..  विश्व का मालिक .... हम सो पूज्य देवता .. सतोप्रधान देवता ... पावन देवता ... पवित्र देवता ... सब को बाप का मेसेज पैगाम .

वाहबाबा वाहड्रामा वाहमें .. सर्वसबंध सर्वशक्ति सर्वगुण सर्वकला सर्वप्राप्ति सर्वसिद्धि सर्वअधिकारी सर्वखजानों में अचल अडोल अटूट अटल समान सम्पन सम्पूर्ण ज्वाला ... सम्पुर्ण स्वभाव संस्कार वाला सम्पुर्ण आकारी अव्यक्त कर्मातिती फरिश्ता ... समर्थ सफल समान सम्पन सम्पूर्ण विजयी का विजयी स्वरूप जागतीज्योत ..  शुक्रिया बाबा शुक्रिया, आप का लाखगुना पदमगुना अरब खरब अक्षोनी टाइम सुक्रिया

 

ADPBF - DVAAK -  DARPPP – SSSMDDV ...

निराकारी निर्विकारी निरहंकारी निर्विध्न सूक्ष्म आत्मा

देहिअभिमानी फरिश्ता ..

नइ दैवी राजधानी का पवित्र पावन सतोप्रधान दिव्य स्वरूप देवता


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