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Thursday, October 01, 2015

Hindi Sakar Murli of 01/10/2015 - SakarMurliHindi-2015-10-01.pdf () - SakarMurliEnglish-2015-10-01.pdf



01 10 2015 GYDS SHIVSANDESH OMSHANTI
 मीठे मीठे सिकिल्धे बच्चों प्रति मातपिता बापदादा का याद प्यार और गुडमोर्निग ... रूहानी बाप की रूहानी बच्चों को नमस्ते ... मीठे बच्चे बाप आये है तुम बच्चों को तैरना सिखलाने, जिससे तुम इस दुनिया से पार हो जाते हो ... तुम्हारे लिए दुनिया ही बदला जाती है .... जो बच्चे अभी बाप के मददगार बनते है उन्हें बाप ऐसा बना देते है जो आधा कल्प कोई की मदद वा राय लेने की दरकार ही नही रहती है ... कितना बड़ा बाप है, कहते है बच्चे तुम मेरे मददगार नही होते तो हम स्वर्ग की स्थापना कैसे करते ..... मीठा बाबा आया हुआ है, हमको घर ले जाने लायक बनाते है ... ब्राह्मण कुल भूषण का पुरुषार्थ सत्य सिद्ध होता है ... रूहानी बाप कहते है --- हे म्रेरे मीठे लाडले बच्चों, तुम आधा कल्प से भक्ति करते आये हो .. वापिस एक भी जा नही सकते .. बाप ही आकर सबको ले जाते है ... अब बाप द्वरा दुनिया बदल रही है और नइ दुनिया स्थापन हो रही है ...
ज्ञान :- उंच बेहद का इश्वर बाप पतितपावन ज्ञानसागर त्रिमूर्ति बाप टीचर सतगुरु शिवबाबा से आदि मध्य अंत की पढाई पढ़ने वाला रूहानी स्टूडेंट .... बाप  की पढाई से अपनी नैया को पार करें वाला परिजादा बच्चा ...... ज्ञान सागर बाप से तैरना सिखने वाला बाप का अति मीठा रूहानी सिकिल्धा लाडला ब्रह्मा मुखवंशावली ब्राह्मण कुल भूषण बाप पूज्य डबल सिरताज बच्चा ...... बाप का प्यारा प्रिय सच्चा पक्का सपूत आस्तिक लायक रूहानी अमूल्य रत्न ...  योग :- मुक्तिधाम की रहेने वाली देहि विदेही अशरीर अव्यक्त कर्मातिती योगयुक्त छोटी सी आत्मा .. बिंदी .. स्टार .. जागतीज्योत .. उड़ता पंछी ... शांतिधाम सुखधाम की अटूट याद वाली पवित्र पावन पारस सतोप्रधान देहिअभिमानी ... एक बाप को ही प्यार और याद करें वाला मायाजित जगतजित पहेलवान विजयी आत्मा .....मनमनाभवस्वरूप मामेकमस्वरूप वाली प्रीतबुद्धि निश्चयबुद्धि पारसबुद्धि विजयी आत्मा ... एक निराकर बाप को ही देखने वाल आकर्षणमूर्त आत्मा ... धारणा :- सतयुग स्वर्ग सुखधाम का सुन्दर गोरा गुणवान पवित्र पावन पूज्य पारस सतोप्रधान दिव्य स्वरूप देवता ... विश्व का मालिक ... नइ दुनिया का मालिक ... वैकुण्ठ का मालिक ...नई दुनिया की स्थापना में बाप का पूरा मददगार आस्तिक विजयी बच्चा ... योगयुक्त स्थिति वाला रूहानी सेवाधारी ... स्वरूप सेवा, नि:स्वार्थ सेवा, त्याग तपस्या स्वरूप सेवा, निष्काम सेवा, ईश्वरीय रूहानी सेवा, मनसासेवा, मन्मनाभव स्थिति द्वरा सेवा ... वाहबाबा वाहड्रामा वाहमें ... सर्वसबंध सर्वशक्ति सर्वगुण सर्वकला सर्वप्राप्ति सर्वसिद्धि सर्वअधिकारी सर्व खजानों में अचल अडोल अटूट अटल समान सम्पन सम्पूर्ण स्वरूप ज्वाला ... SSSMDDV .. सम्पुर्ण स्वभाव संस्कार से संस्कार मिलन वाला समर्थ सफल समान सम्पन सम्पूर्ण विजयी का विजयी स्वरूप,सारस्वरूपबिंदुस्वरूप जागतीज्योत ...  शुक्रिया बाबा शुक्रियाआप का लाखगुना पदमगुना अरब खरब अक्षोनी टाइम सुक्रिया ...

एक बाप को प्यार से याद करें वाली न्यारी प्यारी पवित्र पावन पारस सतोप्रधान मीठी जागतीज्योत
वैकुण्ठ सुखधाम का सुन्दर गोरा गुणवान सतोप्रधान दिव्य स्वरूप डबल सिरताज पूज्य देवता


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